नमस्कार किसान दोस्तों आज के इस वीडियो के माध्यम से हम आपको चने की तेजी मंदी की जानकारी उपलब्ध कराएंगे अगर पसंद आए तो अपने अन्य किसान मित्रों को भी यह जानकारी शेयर करें
चने पर पिछले साल सरकार द्वारा स्टॉक लिमिट लगाई गई थी व उसके बाद सरकार द्वारा में चने के वायदा पर बैन लगा दिया था जिसके तहत चने की कीमतों पर दबाव देखने को मिला था और चने की कीमतें बहुत ज्यादा गिर गई थी जो जो कीमतें पिछले साल वायदा पर बैन लगाने से पहले देखी गई थी वह कीमतें आज दिन तक देखने को नहीं मिली है अभी हाल फिलहाल में चने की कीमते MSP से नीचे ही देखने को मिली है 2021 के रबी चने की बुवाई हो चुकी है और कीमतें एमएसपी से अभी भी नीचे ही देखने को मिल रही है अगर कीमतें फसल कटाई तक यही बनी रही तो किसानों का हौसला टूट जाएगा एक अनुमान यह भी लगाया जा रहा है कि किसानों को भावांतर योजना के तहत लाभ मिल सकता है बाकी चने का उत्पादन मौसम पर निर्भर कर सकता है जनवरी-फरवरी में ठंड बढ़ने के आसार है जिससे मौसम के ऊपर भी चने का उत्पादन निर्भर कर सकता है मौसम विभाग के अनुसार जनवरी-फरवरी में ठंड ज्यादा बढ़ने का अनुमान है जिसके तहत ओला या पाला पड़ने की संभावना जताई जा रही है इसी के साथ आगे आने वाले त्योहार के कारण चने के डिमांड बढ़ सकती है जिससे चने की कीमतों को सपोर्ट मिल सकता है जानकारों का कहना है कि चने की कीमती आगे एमएसप के बराबर बनी रहे अगर आगे ज्यादा तेजी नहीं बनेगी तो ज्यादा गिरावट की भी उम्मीद नहीं नजर आ रही है